Saturday 15 February 2020

मिलन की रुत आयी

पहले उसने आंख मिलाई
आंख मिला कर आश जगाई।।

फिर धीरे से आग लगाई
और शुरू हुई अगुवाई।।

पहले उसकी हुई विदाई
फिर उससे मिलन की रुत आयी।।

जब रात जवानी पर आई
अरमानों ने ली अंगड़ाई।।

जब संसो से सांसे टकराई
और घमासान ये हुई लड़ाई।।

फिर धीरे धीरे सांसे थम आई
उसकी भी आंखें भर आईं।।

क्या किस्मत ने है रंग दिखाई
ऐसी रात मिलन की आईं।।


Friday 14 February 2020

मुद्दातों बाद ये रात हुई।

कल रात जो आंखें चार हुई
दिल से दिल की मुलाकात हुई।
लिपटे जो हम एक चादर में 
फिर बरसात भी मूसलाधार हुई।।
पानी बरसा बादल गरजा 
मुद्दातों बाद ये रात हुई।
कल रात जो आंखें चार हुई
दिल से दिल की मुलाकात हुई।।

कुछ बात भी अधूरी है।।

कुछ खवाईशें अधूरी है
कुछ बात भी अधूरी है।।
याद है मुझे तेरा वादा,
वो मुलाकात भी अधूरी है
वो साथ भी अधूरी है।।
तुमने कहा, भीगेंगे हम साथ में
ये ख्वाब भी अधूरी है।।
कुछ रात भी अधूरी है
कुछ बात भी अधूरी है।।